हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सय्यद अली ख़ामेनई ने अज़ादारी मे मन सगे हुसैन जैसे शब्दो का उपयोग करने के संबंध मे पूछे गए सवाल का जवाब दिया है। जो लोग शरई मसाइल मे दिल चस्पी रखते है हम उनके लिए पूछे गए सवाल और उसके जवाब का पाठ बयान कर रहे है।
प्रश्न : क्या अज़ादीर में मन सगे हुसैनम (मैं हुसैन का कुत्ता हूं) जैसे शब्दों का उपयोग करने में कुछ गलत है?
उत्तर। इन शब्दों को जबान पर लाना उचित नहीं है और हर मामले में यह बेहतर है कि विश्वासियों को मासूमीन और विशेष रूप से सय्यद और सालार शहीदान हजरत अबा अब्दिल्लाह हुसैन (अ) के लिए अज़ादारी के शिष्टाचार का ख्याल रखना चाहिए।